यह त्योहार दिवाली से एक दिन पहले मनाया जाता है, जो धन और रोशनी का त्योहार है।
छोटी दिवाली या दीपावली छोटी दिवाली, जिसे धनतेरस के रूप में भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है।
धनतेरस का अर्थ है "धन का दिन"। इस दिन, लोग नए बर्तन, आभूषण और अन्य सामान खरीदते हैं। ऐसा माना जाता है
इस दिन, लोग अपने घरों और दुकानों को रोशनी से सजाते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह प्रकाश बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
इस दिन, लोग अपने इष्टदेवों की पूजा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह पूजा घर में सुख और समृद्धि लाती है।
इस दिन, लोग अपने मित्रों और परिवार के साथ समय बिताते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह मेलजोल और खुशी का समय होता है।
इस दिन, लोग नए कामों की शुरुआत करते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह कामों में सफलता लाता है।
इस दिन, लोग भगवान धन्वंतरि की पूजा करते हैं। भगवान धन्वंतरि को आयुर्वेद के देवता माना जाता है।
प्रार्थना और पूजा ईश्वर के प्रति अपने आभार व्यक्त करने का एक तरीका है। अपने इष्टदेवों की पूजा करें और उनकी कृपा प्राप्त करें।
यह एक नए साल की शुरुआत करने का समय है। नए कामों की शुरुआत करें और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएं।
एक-दूसरे को शुभकामनाएं दें। छोटी दिवाली एक नए साल की शुरुआत का प्रतीक है। एक-दूसरे को शुभकामनाएं दें और एक खुशहाल और समृद्ध साल की कामना करें।
इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने नरकासुर का वध कर सृष्टि को उसके प्रकोप से बचाया था.
श्रीकृष्ण ने सत्यभामा की मदद से नरकासुर का वध करके देवताओं और संतों को उसके आतंक से मुक्ति दिलाई थी.
इसी की खुशी में लोगों ने अपने घरों में दीये जलाए और त्योहार मनाने की शुरुआत की.
हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को ही दीपों का त्यौहार दीपावली मनाई जाती है।