हिंदू धर्म में शमी के पेड़ को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। शमी वृक्ष का उल्लेख शास्त्रों में कई बार किया गया है। शमी का पेड़ शनिदेव, भगवान शिव, यक्ष, नाग देवता और अन्य देवताओं को प्रिय है।

शनिवार के दिन शमी वृक्ष की पूजा करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। शिवरात्रि के दिन शमी के पेड़ की पूजा करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।

शनिदेव: शमी का पेड़ शनिदेव को समर्पित माना जाता है। शनिवार के दिन शमी वृक्ष की पूजा करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है।

भगवान शिव : शमी का पेड़ भगवान शिव को भी प्रिय है। शिवरात्रि के दिन शमी के पेड़ की पूजा करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।

शनि देव: शमी वृक्ष शनि देवता को अत्यंत प्रिय है। शनिवार के दिन शमी वृक्ष की पूजा करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है।

शिव जी: शमी वृक्ष भगवान शिव को भी प्रिय है। शिवरात्रि के दिन शमी वृक्ष की पूजा करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।

यमराज: शमी वृक्ष यमराज को भी प्रिय है। दीपावली के दिन शमी वृक्ष की पूजा करने से यमराज की कृपा प्राप्त होती है।

सूर्य देव: शमी वृक्ष सूर्य देव को भी प्रिय है। रविवार के दिन शमी वृक्ष की पूजा करने से सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है।

माँ लक्ष्मी: शमी वृक्ष माँ लक्ष्मी को भी प्रिय है। धनतेरस के दिन शमी वृक्ष की पूजा करने से माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।

शमी वृक्ष पर कई देवताओं का वास माना जाता है और इसकी पूजा करने से अनेक लाभ प्राप्त होते हैं।

शमी वृक्ष की पूजा शनिवार के दिन सबसे उत्तम मानी जाती है।

स्नान करने के बाद शमी वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं। शमी वृक्ष को फूल, फल और मिठाई अर्पित करें।

मंत्र: "ॐ शन्नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये। शंयोरभिः स्त्रवन्तु नः।" "ॐ नमो भगवते शनिदेवाय।"

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