Sleeping

दिन के उतार-चढ़ाव: अध्ययन से दिन के सबसे अच्छे और बुरे समय का पता लगाया

— Vipin yadav

परिचय

क्या आपने कभी गौर किया है कि आपका मूड दिन के अलग-अलग समय पर कैसे बदलता रहता है?

— Vipin yadav

अध्ययन

हाल ही में किए गए एक अध्ययन में पाया गया है कि सुबह 5 बजे लोगों का मूड सबसे खराब होता है, वहीं शाम 5 बजे सबसे अच्छा होता है।

— Vipin yadav

अध्ययन के बारे में

यह अध्ययन "PLOS डिजिटल हेल्थ जर्नल" में प्रकाशित हुआ था। शोधकर्ताओं ने दो सालों में 2,602 मेडिकल इंटर्न के व्यवहार का विश्लेषण किया।

— Vipin yadav

ट्रैक किया

उन्होंने प्रतिभागियों की हृदय गति, कदमों की संख्या, नींद के पैटर्न और दैनिक मूड स्कोर को ट्रैक किया।

— Vipin yadav

अध्ययन के निष्कर्ष

अध्ययन में पाया गया कि सुबह 5 बजे लोगों का मूड सबसे खराब होता है, जबकि शाम 5 बजे सबसे अच्छा होता है।

— Vipin yadav

मूड को प्रभावित

यह हमारे शरीर की आंतरिक घड़ी से संबंधित है जो हमारे मूड को प्रभावित करती है। जागने का समय बढ़ने के साथ साथ मूड खराब होता जाता है, खासकर नींद की कमी होने पर।

— Vipin yadav

अध्ययन की सीमाएं

अध्ययन में शामिल प्रतिभागियों की संख्या कम थी और यह नियंत्रित वातावरण में किया गया था। सामाजिक वातावरण, व्यक्तिगत कार्यक्रम और स्वभाव को इसमें शामिल नहीं किया गया था।

— Vipin yadav

अध्ययन का महत्व

फिर भी, यह अध्ययन मानसिक स्वास्थ्य की निगरानी के लिए फिटबिट जैसी तकनीक के इस्तेमाल की वकालत करता है। यह मानसिक स्वास्थ्य को समझने में नई दिशा दिखा सकता है।

— Vipin yadav

सुबह 5 बजे मूड खराब क्यों होता है?

अध्ययन के अनुसार, सुबह 5 बजे मूड खराब होने का कारण यह है कि यह हमारे सोने-जागने के चक्र का सबसे निचला बिंदु होता है।

— Vipin yadav

प्राकृतिक चक्र

भले ही हम कितने बजे जागें, शरीर का प्राकृतिक चक्र इस समय मूड को प्रभावित करता है।

— Vipin yadav

शाम 5 बजे मूड अच्छा क्यों होता है?

शाम 5 बजे शरीर का प्राकृतिक चक्र ऊर्जा के उच्च स्तर पर होता है। यह वह समय होता है जब हम सबसे अधिक सतर्क और जागृत होते हैं।

— Vipin yadav

अध्ययन नींद की कमी के बारे में क्या कहता है?

अध्ययन में यह भी पाया गया कि नींद की कमी मूड को और भी खराब कर देती है। जागने का समय बढ़ने के साथ-साथ नींद की कमी का असर भी बढ़ता जाता है।

— Vipin yadav

इस अध्ययन का हमारे लिए क्या मतलब है?

यह अध्ययन हमें अपने मूड में होने वाले उतार-चढ़ाव को समझने में मदद करता है। यह हमें यह भी बताता है कि नींद हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए कितनी महत्वपूर्ण है।

— Vipin yadav

अध्ययन के भविष्य के लिए क्या उम्मीदें हैं?

इस अध्ययन से भविष्य में मानसिक स्वास्थ्य की निगरानी और उपचार के लिए नए तरीके विकसित किए जा सकते हैं।

— Vipin yadav

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