रुद्राक्ष को गले में पहनना सबसे अच्छा माना जाता है। 108 मनकों वाला रुद्राक्ष इस तरह पहना जाता है

कि वह बार-बार हृदय को छूता रहे। इससे हृदय गति बेहतर होती है। 'द पावर ऑफ रुद्राक्ष' पुस्तक के लेखक कमल नारायण सीता कहते हैं

कि गले में रुद्राक्ष पहनने से टॉन्सिल, थायरॉयड जैसी बीमारियों में भी आराम मिलता है।

रुद्राक्ष को हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है और इसे भगवान शिव का वरदान माना जाता है। गले में रुद्राक्ष की माला पहनने के कई फायदे हैं।

शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है: रुद्राक्ष रक्तचाप, मधुमेह और तनाव को कम करने में मददगार माना जाता है। यह शरीर में ऊर्जा के संतुलन को बनाए रखने में भी मदद करता है।

मानसिक शांति: रुद्राक्ष ध्यान और आध्यात्मिक अभ्यास को गहरा करने में मदद करता है। यह मन को शांत करता है और तनाव को कम करता है।

नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा: रुद्राक्ष को नकारात्मक ऊर्जा से बचाने वाला माना जाता है। यह व्यक्ति को नकारात्मक विचारों और प्रभावों से बचाता है।

आत्मविश्वास में वृद्धि: रुद्राक्ष पहनने से आत्मविश्वास बढ़ता है और व्यक्ति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने लगता है।

सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह: रुद्राक्ष सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ाता है और व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है।

ग्रह दोषों को दूर करना: ज्योतिष के अनुसार, रुद्राक्ष ग्रह दोषों को कम करने में मदद करता है।

भाग्य में सुधार: रुद्राक्ष को भाग्य लाने वाला माना जाता है और यह व्यक्ति के भाग्य को बेहतर बना सकता है।

आध्यात्मिक विकास: रुद्राक्ष आध्यात्मिक विकास में सहायता करता है और व्यक्ति को ईश्वर के करीब लाता है।

प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि: रुद्राक्ष रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और व्यक्ति को बीमारियों से बचाता है। धन लाभ: रुद्राक्ष को धन लाभ के लिए भी शुभ माना जाता है।

Krishna:-सबसे पहले कौन आए, राम या कृष्ण?

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