कॉम्प्लेक्स: ताज महल पर कॉम्प्लेक्स और प्लांट का निर्माण किया गया है। इनमें फूल, पत्ते और इस्लामिक कला के स्टूडियो शामिल हैं।
कुरान की आयतें: ताज महल के किले और स्मारक कुरान की आयतें लिखी हुई हैं।
जटिल नक्काशी: ताजमहल में जटिल और नाजुक नक्काशी है। इनमें फूल, पत्ते और इस्लामी कला के नमूने शामिल हैं।
चार नहरें: ताज महल के चारों ओर चार नहरें हैं जो चार नहरों से विभाजित हैं। ये इस्लामिक इस्लामिक स्वर्ग के प्रतिरूप हैं।
मुगल वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना: ताज महल मुगल वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है। इसमें फ़रीसी, तुर्क, भारतीय और इस्लामी वास्तुकला के तत्व शामिल हैं।
विश्व पिरामिड स्थल: एराजमेंट ने ताज महल को विश्व पिरामिड स्थल घोषित किया है।
विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल: ताज महल दुनिया के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है।
संख्यात्मक महत्व: ताज महल में संख्या 4 का विशेष महत्व है। यह चार चतुर्थांश में विभाजित है और इसमें कई चतुर्थांश हैं।
अनोखी शिल्पकला: ताज महल की शिल्पकला दुनिया में अपनी तरह की अनोखी है।
ताज महल अपनी वास्तुकला, जटिल निर्माण, इतिहास और सांस्कृतिक महत्व के कारण दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यह प्रेम, कला और स्थापत्य का एक अनोखा संगम है।
ताजमहल एक हाथीदांत-सफेद संगमरमर का मकबरा है जो आगरा के चबूतरे पर राजसी ढंग से खड़ा है और इसकी सही छवि इसके सामने स्थित प्रतिबिंब पूल में परिलक्षित होती है
जो इसे एक असली रूप देती है। ऐसा कहा जाता है कि यह स्थान दिन के विभिन्न मौसमों, ऋतुओं और समय के दौरान आकाश के लगातार बदलते रंगों को प्रतिबिंबित करके रंग बदलता है।
उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में बना ताजमहल एक विश्व धरोहर मकबरा है। आपको बता दें कि इसे मुगल बादशाह शाहजहाँ ने 17वीं शताब्दी में अपनी बेगम मुमताज महल की याद में बनवाया था।
ताजमहल का रंग 1 दिन में तीन बार बदलता है। सुबह के समय यह गुलाबी हो जाता है।