पिस्ता एक बहुत ही पौष्टिक मेवा है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स समेत कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है: पिस्ता में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करते हैं। इससे सर्दी, फ्लू और अन्य संक्रमणों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
हृदय को स्वस्थ रखता है: पिस्ता में मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
ये फैटी एसिड खराब कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को बढ़ाने में मदद करते हैं। इससे हृदय रोग, स्ट्रोक और हृदय संबंधी अन्य समस्याओं का खतरा कम हो जाता है।
रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है: पिस्ता में फाइबर होता है जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है।
मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: पिस्ता में फास्फोरस, मैग्नीशियम और विटामिन बी 6 होते हैं जो मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं। एकाग्रता को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
आंखों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: पिस्ते में विटामिन ए होता है जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। यह मैक्यूलर डिजनरेशन और मोतियाबिंद जैसी आंखों की समस्याओं के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
वजन घटाने में सहायक: पिस्ता एक स्वस्थ नाश्ता है जो आपको पेट भरा हुआ महसूस कराता है। इससे कैलोरी की खपत कम हो सकती है और वजन कम करने में मदद मिल सकती है।
हड्डियों को मजबूत बनाता है: पिस्ता में मैग्नीशियम और कैल्शियम होता है जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। ये पोषक तत्व ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों की समस्याओं के जोखिम को कम
त्वचा के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: पिस्ता में विटामिन ई होता है जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। यह त्वचा को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है
बालों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: पिस्ता में जिंक होता है जो बालों के विकास के लिए आवश्यक है। यह बालों का झड़ना रोकने और बालों को मजबूत और चमकदार बनाने में मदद करता है।
पिस्ते को कच्चा, भूनकर या नमकीन बनाकर खाया जा सकता है। कच्चे पिस्ते में अधिक पोषक तत्व होते हैं, लेकिन इन्हें भूनने से इनका स्वाद और सुगंध बढ़ जाती है।
नमकीन पिस्ता में नमक होता है, जो रक्तचाप बढ़ा सकता है। इसलिए नमकीन पिस्ता का सेवन सीमित करना चाहिए। से किसी भी व्यंजन में शामिल किया जा सकता है।