शरीर की गर्मी बढ़ाता है:  सर्दियों में नाभि पर सरसों का तेल लगाने से शरीर की गर्मी बढ़ती है, जिससे सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएँ कम हो सकती हैं।

पाचन में सुधार:  कुछ लोगों का मानना है कि सरसों का तेल पाचन में सुधार और कब्ज से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।

तनाव कम करता है:  सरसों का तेल नाभि में लगाने से क्या होता है? आयुर्वेद का मानना है कि नाभि पर तेल लगाने से तनाव और चिंता कम हो सकती है।

मांसपेशियों के दर्द को कम करता है: सरसों के तेल में सूजन-रोधी गुण होते हैं, जो मांसपेशियों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।

त्वचा के लिए फ़ायदेमंद:  सरसों के तेल में विटामिन और फैटी एसिड होते हैं, जो त्वचा को पोषण देते हैं और उसे मुलायम बनाते हैं।

सिरदर्द से राहत:  कुछ लोगों का मानना है कि नाभि पर सरसों का तेल लगाने से सिरदर्द से राहत मिलती है।

मासिक धर्म के दर्द से राहत: कुछ महिलाओं का मानना है कि नाभि पर सरसों का तेल लगाने से मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द से राहत मिलती है।

अच्छी नींद को बढ़ावा देता है: सरसों का तेल तनाव को कम करके नींद को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।

त्वचा के संक्रमण को रोकता है: सरसों के तेल में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो त्वचा के संक्रमण को रोकने में मदद कर सकते हैं।

ये सभी लाभ हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकते हैं। कोई भी नया उपचार शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।

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