इस दिशा का प्रतिनिधित्व शुक्र ग्रह करता है और इस दिशा के देवता भगवान गणेश हैं। इसलिए इस दिशा में मनी प्लांट लगाने से घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है।
वास्तु शास्त्र
वास्तु शास्त्र के अनुसार मनी प्लांट को हमेशा घर की दक्षिण-पूर्व दिशा यानी अग्नि कोण में लगाना शुभ माना जाता है।
दक्षिण-पूर्व दिशा
दक्षिण-पूर्व दिशा: यह दिशा धन और समृद्धि का प्रतीक है। यहां मनी प्लांट लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
पूर्व दिशा:
पूर्व दिशा: यह दिशा स्वास्थ्य और सकारात्मकता का प्रतीक है। यहां मनी प्लांट लगाने से घर में रहने वाले लोगों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
उत्तर-पूर्व दिशा
उत्तर-पूर्व दिशा: यह दिशा ज्ञान और शिक्षा का प्रतीक है। यहां मनी प्लांट लगाने से घर में रहने वाले लोगों की शिक्षा और ज्ञान में वृद्धि होती है।
पश्चिम:
यह दिशा संतान और रिश्तों का प्रतीक है। यहां मनी प्लांट लगाने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और रिश्तों में मधुरता बनी रहती है।
उत्तर-पश्चिम दिशा:
यह दिशा व्यापार और धन का प्रतीक है। यहां मनी प्लांट स्थापित करने से व्यापार में वृद्धि और आर्थिक लाभ होता है।
दक्षिण-पश्चिम दिशा:
यह दिशा शत्रुओं और बाधाओं का प्रतीक है। यहां मनी प्लांट लगाने से शत्रुओं से सुरक्षा मिलती है और बाधाएं नष्ट होती हैं।
सकारात्मक
मनी प्लांट को हमेशा पानी में लगाना चाहिए: जल जीवन का प्रतीक है। पानी में मनी प्लांट लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
नियमित रूप से
मनी प्लांट को नियमित रूप से पानी देना चाहिए: मनी प्लांट को सूखने नहीं देना चाहिए। नियमित रूप से पानी देने से यह स्वस्थ रहता है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है।
मुरझाने नहीं देना
मनी प्लांट को मुरझाने नहीं देना चाहिए: मुरझाया हुआ मनी प्लांट घर में नकारात्मक ऊर्जा लाता है। अगर मनी प्लांट मुरझाने लगे तो उसे तुरंत हटा दें और नया मनी प्लांट लगाएं।
घर के मुख्य द्वार
घर के मुख्य द्वार के पास मनी प्लांट नहीं लगाना चाहिए: घर के मुख्य द्वार के पास मनी प्लांट लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।
मूर्ति या देवता
मनी प्लांट को किसी भी मूर्ति या देवता के सामने नहीं लगाना चाहिए।
अन्य पौधा
मनी प्लांट को किसी भी दिशा में नहीं लगाना चाहिए अगर वहां पहले से ही कोई अन्य पौधा लगा हो।