वैदिक पंचांग अनुसार भाद्रपद माह की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 06 सितंबर, 2024 को दोपहर 03 बजकर 02 मिनट पर हो रहा है।

वहीं इस तिथि का अंत 07 सितंबर को शाम 05 बजकर 38 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि को आधार मानते हुए गणेश चतुर्थी का त्योहार 07 सितंबर को मनाया जाएगा।

2024 में, उत्सव और उनके अनुष्ठान शुक्रवार, 6 सितंबर को दोपहर03:01 बजे शुरू होंगे और मंगलवार, 17 सितंबर को शाम05:37 बजे समाप्त होंगे। 2024 के लिए गणेश विसर्जन मंगलवार, 17 सितंबर को निर्धारित है।

यह त्यौहार गणेश को नई शुरुआत के देवता और बाधाओं को दूर करने वाले के साथ-साथ ज्ञान और बुद्धि के देवता के रूप में मनाता है

हिंदुओं द्वारा पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में मनाया जाता है, विशेष रूप से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, केरल, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु जैसे राज्यों में।

गणपति को हम घर पर कितने समय तक रख सकते हैं? आप अपनी पसंद और पारिवारिक परंपराओं के आधार पर गणपति को 1.5 दिन, 3 दिन, 7 दिन, 10 दिन या यहां तक कि स्थायी रूप से भी रख सकते हैं।

इसका उत्तर यह है कि गणपति को घर पर अलग-अलग अवधि के लिए रखा जा सकता है जैसे 1.5 दिन, 3 दिन, 7 दिन, 10 दिन या यहाँ तक कि स्थायी रूप से भी।

धार्मिक परंपराओं का सम्मान करने और आध्यात्मिक कल्याण सुनिश्चित करने के लिए घर पर गणपति रखने की उचित प्रथाओं को समझना महत्वपूर्ण है।

विश्व की सबसे ऊँची और विशाल गणेश प्रतिमा के बतौर बड़े गणपति की ख्याति है। शहर के पश्चिम क्षेत्र में मल्हारगंज के आखिरी छोर पर ये गणेश विराजमान हैं।

इन्हें उज्जैन के चिंतामण गणेश की प्रेरणा से नारायण दाधीच ने120 वर्ष पूर्व बनवाया था।

जिसमें 12 भाग शामिल हैं। इन प्लेयर्स के साथ 95 अधिकारी भी पेरिस में मौजूद रहेंगे। इस तरह के भारतीय दल में कुल179 सदस्य शामिल हैं।

गणपति जी की कृपा प्राप्ति और उन्हें प्रसन्न करने के लिए बुधवार के दिन गणेश जी की प्रतिमा को घर लाकर उसको अपने घर के पूजा स्थल में स्थापित करनी चाहिए.

तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव और पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र कहते हैं कि वैसे तो दोपहर में ही गणेश जी की स्थापना और पूजा करनी चाहिए।

गणपति जी की कृपा प्राप्ति और उन्हें प्रसन्न करने के लिए बुधवार के दिन गणेश जी की प्रतिमा को घर लाकर उसको अपने घर के पूजा स्थल में स्थापित करनी चाहिए.

ऐसी कई धार्मिक और पौराणिक कथाएं हैं जिनके बारे में काफी लोग नहीं जानते हैं। शायद आपको मालूम नहीं होगा कि शुभता के देवता भगवान गणेश की एक पुत्री भी है।

ज्‍यादातर लोगों को इतना ही ज्ञात है कि गणेश के दो पुत्र शुभ और लाभ हैं लेकिन उनकी एक पुत्री भी है। माता संतोषी, भगवान गणेश की पुत्री हैं।

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