एम्स दिल्ली एक सरकारी अस्पताल है, और सरकारी अस्पतालों में कैंसर का इलाज मुफ्त होता है।

एम्स दिल्ली में कैंसर के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिसमें सर्जरी, कीमोथेरेपी, और रेडियोथेरेपी शामिल हैं।

एम्स दिल्ली में कैंसर के इलाज के लिए कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता है, चाहे मरीज की आर्थिक स्थिति कैसी भी हो।

एम्स दिल्ली में कैंसर के इलाज के लिए मरीजों को केवल अपना आधार कार्ड और आयुष्मान कार्ड जैसे पहचान पत्र जमा करने होते हैं।

एम्स दिल्ली में कैंसर के इलाज के लिए मरीजों को किसी भी प्रकार की फीस नहीं देनी होती है, जिसमें दवाओं, जांचों, और अस्पताल में रहने का खर्च भी शामिल है।

एम्स दिल्ली में कैंसर के इलाज के लिए मरीजों को किसी भी प्रकार के रिश्वतखोरी या धोखाधड़ी का सामना नहीं करना पड़ता है।

 एम्स दिल्ली में कैंसर के इलाज की गुणवत्ता बहुत अच्छी है।

एम्स दिल्ली में कैंसर के इलाज के लिए डॉक्टर और नर्स बहुत अनुभवी और कुशल हैं।

 एम्स दिल्ली में कैंसर के इलाज के लिए मरीजों को बहुत अच्छी देखभाल मिलती है।

एम्स प्रशासन ने जेनेरिक फार्मेसी में दी जाने वाली दवाओं की सूची में 63 और दवाओं का इजाफा किया है।

यह दवाएं मरीजों को मुफ्त मुहैया कराई जाएंगी।

एम्स दिल्ली में कैंसर के इलाज के लिए मरीजों को ऑनलाइन या ऑफलाइन पंजीकरण करना होता है।

एम्स दिल्ली में कैंसर के इलाज के लिए मरीजों को अपनी बीमारी के बारे में सभी आवश्यक जानकारी प्रदान करनी होती है।

एम्स दिल्ली में कैंसर के इलाज के लिए मरीजों को इलाज के दौरान किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

एम्स प्रशासन की ओर से जारी आदेश में लिखा है कि अब एक मरीज के साथ एक तीमारदार को ही अनुमति दी जाएगी।