2023 में भारत में बाघों की आगंगन गणना हो रही है
भारत में दुनिया के किसी भी देश से ज़्यादा बाघ हैं. दुनिया के 70% से ज़्यादा बाघ भारत में पाए जाते हैं.
भारत में बाघों की सबसे ज़्यादा आबादी मध्य प्रदेश में है. मध्य प्रदेश में इस समय 785 टाइगर हैं
इसके बाद कर्नाटक का नंबर आता है जहां बाघों की संख्या 563 है उत्तराखंड में 560 बाघ हैं.
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के आंकड़ों के मुताबिक, 2023 में भी मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा मिला
एक अनुमान के मुताबिक, इस समय मध्य प्रदेश में 800 से ज़्यादा बाघ हैं.
मध्य प्रदेश ने इस साल यानी 2023 में भी टाइगर स्टेट का तमगा बरकरार रखा. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण
मध्य प्रदेश राज्य में बाघों की संख्या सबसे अधिक है, और बांधवगढ़, पन्ना, पेंच और सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान सभी महत्वपूर्ण रूप से संरक्षित क्षेत्र हैं।
1983 से प्रोजेक्ट टाइगर के एक भाग के रूप में, नागार्जुनसागर श्रीशैलम टाइगर रिजर्व भारत का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व है
बिहार में बाघों की संख्या बढ़कर 54 हो गई है। बाघों की पिछली गणना में इनकी संख्या केवल 31 थी।
लावण्यता, ताकत, फुर्तीलापन और अपार शक्ति के कारण बाघ को भारत के राष्ट्रीय जानवर के रूप में गौरवान्वित किया है।
ज्ञात आठ किस्मों की प्रजाति में से शाही बंगाल टाइगर (बाघ) उत्तर पूर्वी क्षेत्रों को छोड़कर देश भर में पाया जाता है
अप्रैल 2023 में जारी बाघ जनगणना के मुताबिक, भारत में 3,167 बाघ हैं आमतौर पर बाघों की औसत आयु 15 से 16 वर्ष मानी जाती है।