भारतीय अर्थव्यवस्था की वर्तमान स्थिति अच्छी है।

मुद्रास्फीति और बेरोजगारी जैसे कुछ चुनौतियां हैं जिनका सामना करने की जरूरत है।

आर्थिक विकास दर: 2022-23 में भारत की आर्थिक विकास दर 7.2% रही, जो 2021-22 की 8.7% की तुलना में कम है।

जीडीपी: 2022-23 में भारत की वास्तविक जीडीपी 33.1 ट्रिलियन रुपये रही, जो 2021-22 की 32.7 ट्रिलियन रुपये की तुलना में अधिक है।

मुद्रास्फीति: 2023 में भारत की मुद्रास्फीति दर 7.0% रही, जो 2022 की 6.0% की तुलना में अधिक है।

ब्याज दरें: भारतीय रिजर्व बैंक ने 2022 में नीतिगत ब्याज दरों को लगातार 13 बार बढ़ाया है।

 वर्तमान में, रिवर्स रेपो रेट 4.0%, रेपो रेट 4.5% और रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट 5.5% है।

केंद्रीय बजट: 2023-24 के लिए केंद्र सरकार ने 5.95 ट्रिलियन रुपये का बजट पेश किया है

सरकारी खर्च: 2023-24 में भारत का सरकारी खर्च 3.6 ट्रिलियन रुपये रहने का अनुमान है

 कर राजस्व: 2023-24 में भारत का कर राजस्व 2.6 ट्रिलियन रुपये रहने का अनुमान है, जो 2022-23 के राजस्व से 14.2% अधिक है।

 विदेशी व्यापार: 2022-23 में भारत का निर्यात 497.8 अरब डॉलर और आयात 551.2 अरब डॉलर रहा।

रोजगार: 2022-23 में भारत में औसत बेरोजगारी दर 7.8% रही, जो 2021-22 की 6.9% की तुलना में अधिक है।

महिला सशक्तिकरण: 2022-23 में भारत में महिला सशक्तिकरण में सुधार हुआ है।

आर्थिक समानता: 2022-23 में भारत में आर्थिक समानता में सुधार हुआ है। गरीबी दर में कमी आई है

कुल मिलाकर उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था और भी मजबूत होगी।