राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा: 22 जनवरी 2024 को इतिहास में स्वर्णिम दिन माना जाएगा
22 जनवरी 2024 को, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की।
यह एक ऐतिहासिक दिन था, क्योंकि यह सदियों से चल रहे विवाद का अंत था।
राम मंदिर हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है।
इस मंदिर का निर्माण भगवान राम को समर्पित है, जो हिंदू धर्म के सबसे लोकप्रिय देवताओं में से एक हैं।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन वैदिक रीति-रिवाजों के अनुसार किया गया था।
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह एकता और सद्भाव का प्रतीक है।
यह भारत के सभी धर्मों के लोगों के लिए एक समान रूप से महत्वपूर्ण दिन था। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा भारत के इतिहास में एक स्वर्णिम दिन के रूप में दर्ज रहेगी।
यह पहली बार था कि भगवान राम की मूर्ति को एक भव्य और विशाल मंदिर में स्थापित किया गया था।
यह एक ऐसा मंदिर है जो हिंदू धर्म के मूल्यों और आदर्शों का प्रतीक है।
यह मंदिर भारत की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को संरक्षित करने में मदद करेगा। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा ने भारत में एक नए युग की शुरुआत की है।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा भारत के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह एक ऐसा दिन है जिसे भारत के लोग हमेशा याद रखेंगे।
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