– पीसीओएस (PCOS): यह एक हार्मोनल विकार है जो अनियमित मासिक धर्म का कारण बन सकता है.

– थायरॉइड      की समस्या: थायरॉइड ग्रंथि में समस्या होने पर भी पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं.

– एंडोमेट्रियोसिस: यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें गर्भाशय के अंदरूनी हिस्से की परत गर्भाशय से बाहर बढ़ जाती है, जिससे भारी या अनियमित मासिक धर्म हो सकता है.

– गर्भाशय      फाइब्रॉएड: गर्भाशय में फाइब्रॉएड (सौम्य ट्यूमर) होने पर भी भारी या अनियमित मासिक धर्म हो सकता है.

– गर्भाशय      या गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर: दुर्लभ मामलों में, अनियमित मासिक धर्म कैंसर का भी संकेत हो सकता है.

– थकान या      वजन कम होना: जीवनशैली में बदलाव या थकान की वजह से भी मासिक धर्म अनियमित हो सकता है.

– तनाव: अत्यधिक तनाव भी पीरियड्स को अनियमित कर सकता है.

– अगर आपको      हर महीने या बार-बार दो बार पीरियड्स आ रहे हैं.

– अगर आपको      पीरियड्स के दौरान अत्यधिक दर्द हो रहा है.

– अगर आपको      भारी रक्तस्राव हो रहा है.

– अगर आपको      कोई और चिंताजनक लक्षण दिख रहे हैं, जैसे कि अत्यधिक थकान, वजन कम      होना या मूड में बदलाव.

जो कुछ बीमारियों के संकेत भी हो सकते हैं।

यह समस्या सामान्य रूप से भी हो सकती है, लेकिन अगर यह बार-बार हो रही है तो डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।

रोज़ाना लस्सी पीएंगे तो पास नहीं आएंगी ये बीमारियां          यहा देखे

Arrow