मालदीव की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पर्यटन पर आधारित है, और यह देश अपने सुंदर समुद्र तटों और नीले पानी के लिए दुनिया भर में जाना जाता है।

यह एक ऐसा प्रश्न है जिसका उत्तर देने के लिए कई कारकों पर विचार करना होगा।

पर्यटन से होने वाली आय मालदीव की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और यह देश को एक मध्यम आय वाला देश बनाता है।

 प्रति व्यक्ति आय: मालदीव की प्रति व्यक्ति आय लगभग $10,000 है, जो भारत और पाकिस्तान जैसे अन्य दक्षिण एशियाई देशों की तुलना में अधिक है।

 शिक्षा: मालदीव की साक्षरता दर लगभग 99% है, जो दुनिया में सबसे अधिक है।

 स्वास्थ्य सेवा: मालदीव में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली है जो सभी नागरिकों के लिए मुफ्त है।

आर्थिक असमानता: मालदीव में आय असमानता अधिक है, और कुछ लोगों के पास बहुत अधिक धन है, जबकि अन्य के पास बहुत कम है।

गरीबी: मालदीव में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों का अनुपात लगभग 20% है।

बेरोजगारी: मालदीव में बेरोजगारी दर लगभग 10% है।

कुल मिलाकर, मालदीव को एक मध्यम आय वाला देश माना जा सकता है। हालांकि, देश में आय असमानता और बेरोजगारी जैसी कुछ चुनौतियां हैं।

 पर्यटन: पर्यटन मालदीव की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख स्तंभ है, और यह देश को प्रति वर्ष अरबों डॉलर का राजस्व प्रदान करता है।

 विदेशी निवेश: मालदीव में विदेशी निवेश बढ़ रहा है, जो देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद कर रहा है।

वित्तीय सेवाएं: मालदीव एक लोकप्रिय वित्तीय सेवा केंद्र है, और यह देश को अंतरराष्ट्रीय बाजारों से जुड़ने में मदद करता है।

जलवायु परिवर्तन: जलवायु परिवर्तन के कारण मालदीव के द्वीपों का स्तर कम हो रहा है, जिससे लोगों के लिए रहने और जीवनयापन करना मुश्किल हो रहा है।

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