अध्ययन में खुलासा

काम के स्थान पर एआई, रोबोट और ट्रैकर्स का प्रभाव: अध्ययन में खुलासा हुआ

— Vipin Yadav

अध्ययन के अनुसार

एक नए अध्ययन के अनुसार कार्यस्थल पर ट्रैकर्स, रोबोट और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) से युक्त सॉफ्टवेयर सहित

— Vipin Yadav

गुणवत्ता

नवीन technologic के संपर्क में आने से लोगों के जीवन की गुणवत्ता खराब हो सकती है।

— Vipin Yadav

6,000 से अधिक लोगों का सर्वेक्षण

इंस्टीट्यूट फॉर द फ्यूचर ऑफ वर्क के एक ग्राउंडब्रेकिंग अध्ययन में 6,000 से अधिक लोगों का सर्वेक्षण किया गया

— Vipin Yadav

नई टेक्नोलॉजी

ताकि यह पता लगाया जा सके कि कार्यस्थल पर नई (नई टेक्नोलॉजी) लोगों की भलाई को कैसे प्रभावित करती है।

— Vipin Yadav

कुछ तकनीक कल्याण को कम करती हैं

अध्ययन में पाया गया कि तीन श्रेणियों की technologic के साथ जितना अधिक संपर्क था, कर्मचारियों का स्वास्थ्य और भलाई उतना ही खराब होता गया।

— Vipin Yadav

कृत्रिम बुद्धिमत्ता

इन श्रेणियों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लearning (मशीन लर्निंग) पर आधारित सॉफ्टवेयर,

— Vipin Yadav

निगरानी उपकरण

पहनने योग्य ट्रैकर्स जैसे निगरानी उपकरण और रोबोटिक्स शामिल हैं

— Vipin Yadav

स्थापित ICTs लाभदायक हो सकते हैं

वहीं दूसरी ओर, लैपटॉप, टैबलेट और इंस्टेंट मैसेजिंग जैसे कार्यालय में अधिक स्थापित सूचना और संचार प्रौद्योगिकी

— Vipin Yadav

(ICT)

(ICT) के उपयोग का भलाई पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा।

— Vipin Yadav

निगरानी चिंताजनक है

अध्ययन के लेखक बताते हैं कि निरंतर निगरानी वाले कार्यस्थल कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

— Vipin Yadav

डिजाइन और कार्यान्वयन महत्वपूर्ण हैं

अध्ययन के प्रमुख लेखक डॉ मग्डालेना सोफिया का कहना है कि तकनीक ही समस्या नहीं है, बल्कि इसे अपनाने का तरीका समस्या है।

— Vipin Yadav

डिजाइन

उन्होंने कहा कि डिजाइन और कार्यान्वयन सहित कार्यान्वयन के माहौल पर बहुत कुछ निर्भर करता है।

— Vipin Yadav

भविष्य के कार्य परियोजना

संक्षिप्त विवरण: यह रिपोर्ट निरंतर निगरानी वाले कार्यस्थल  तकनीक ही समस्या नहीं है

— Vipin Yadav

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