तिलचट्टे का रक्त सफेद होता है। इसका कारण यह है कि उनके रक्त में हीमोग्लोबिन नहीं होता है, जो लाल रक्त कोशिकाओं को रंग देता है।
— vipin yadav
केंचुआ
केंचुए का रक्त भी सफेद होता है। इसका कारण भी हीमोग्लोबिन की कमी है।
— vipin yadav
केकड़े
केकड़ों का खून भी सफेद होता है, और तिलचट्टों की तरह, उनके रक्त में भी हीमोग्लोबिन नहीं होता है। उनकी रक्त कोशिकाएं हीमोसाइनान नामक प्रोटीन से लैस होती हैं
— vipin yadav
झींगा मछली
झींगा मछली का खून भी सफेद होता है, और तिलचट्टों और केकड़ों की तरह, उनके रक्त में भी हीमोग्लोबिन नहीं होता है।
— vipin yadav
बिच्छू का खून भी सफेद होता है, और तिलचट्टों, केकड़ों और झींगा मछली की तरह, उनके रक्त में भी हीमोग्लोबिन नहीं होता है।
— vipin yadav
घोंघे
घोंघे का खून भी सफेद होता है, और तिलचट्टों, केकड़ों, झींगा मछली और बिच्छू की तरह, उनके रक्त में भी हीमोग्लोबिन नहीं होता है।
— vipin yadav
समुद्री सितारे
समुद्री सितारों का खून भी सफेद होता है, और तिलचट्टों, केकड़ों, झींगा मछली, बिच्छू और घोंघे की तरह, उनके रक्त में भी हीमोग्लोबिन नहीं होता है। उनकी रक्त कोशिकाएं हीमोसाइनान नामक प्रोटीन से लैस होती हैं
— vipin yadav
मकड़ी
मकड़ियों का खून भी सफेद होता है, और तिलचट्टों, केकड़ों, झींगा मछली, बिच्छू, घोंघे और समुद्री सितारों की तरह, उनके रक्त में भी हीमोग्लोबिन नहीं होता है।
— vipin yadav
जलीमछली
जलीमछली का खून भी सफेद होता है, और तिलचट्टों, केकड़ों, झींगा मछली, बिच्छू, घोंघे, समुद्री सितारों, मकड़ियों और केंचुओं की तरह, उनके रक्त में भी हीमोग्लोबिन नहीं होता है।