टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा हाल के दिनों में अपने प्रदर्शन को लेकर सवालों के घेरे में हैं। ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों पर ही गंभीरता से चर्चा हो रही है। एक तरफ जहां उनके प्रशंसक इस स्थिति से निराश हैं, वहीं दूसरी तरफ विशेषज्ञों का मानना है कि रोहित शर्मा को अब टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर देनी चाहिए। इस लेख में हम उन तीन मुख्य कारणों पर चर्चा करेंगे, जिनकी वजह से रोहित के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की मांग जोर पकड़ रही है।
- लगातार गिरती फॉर्म: बल्लेबाजी में स्थिरता की कमी
रोहित शर्मा के टेस्ट करियर में फॉर्म ने हमेशा अहम भूमिका निभाई है। लेकिन हालिया प्रदर्शनों ने उनके खेल की स्थिरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- क्या कहते हैं आंकड़े?
रोहित शर्मा ने अपनी पिछली 11 टेस्ट पारियों में एक भी शतक नहीं लगाया है। उन्होंने इन 11 पारियों में सिर्फ एक बार अर्धशतक लगाया है।
- शुरुआती ओवरों में जल्दी आउट होना:
अक्सर देखा जाता है कि रोहित शुरुआती ओवरों में अपना विकेट गंवा देते हैं, जिसके कारण टीम को मजबूत शुरुआत नहीं मिल पाती। टेस्ट क्रिकेट में उनकी यह कमजोरी टीम इंडिया को लगातार नुकसान पहुंचा रही है।
- दबाव में अच्छा प्रदर्शन न कर पाना:
एक कप्तान और सीनियर खिलाड़ी होने के नाते टीम को संभालना उनकी जिम्मेदारी है, लेकिन हालिया आंकड़े बताते हैं कि वे दबाव में उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे हैं।