बॉलीवुड एक्टर राजीव खंडेलवाल ने हाल ही में एकडेटा वाला का खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि टीवी पर लोकप्रिय होने के बावजूद, उन्हें फिल्मों में काम पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा।राजीव ने अपनी डेब्यू फिल्म ‘आमिर’ के बारे में बात करते हुए कहा कि अनुराग कश्यप ने उन्हें फिल्म में कास्ट करने के लिए कई स्टार्स से बात की थी।लेकिन, निर्माता टीवी एक्टर फिल्म में लेने के लिए तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि वे “लोकप्रिय” अभिनेता चाहते थे, भले ही वे टीवी अभिनेता क्यों न हों।
टीवी स्टार्स को काम पर जाने से रोका गया: राजीव खंडेलवाल का बड़ा खुलासा
- अनुराग कश्यप को राजीव पर बहुत विश्वास था। उन्होंने विकास बहल से राजीव को फिल्म में लेने के लिए कहा।
- विकास ने अनुराग से पूछा कि वे राजीव को क्यों चाहते हैं। उन्हें लगा कि बजट कम होने के कारण वे किसी भी टीवी एक्टर्स को कास्ट कर रहे हैं।
- अनुराग ने कहा कि ऐसा नहीं है, राजीव महान व्यक्ति हैं और वे अपना काम शुरू कर सकते हैं।
- राजीव ने आगे कहा कि उन्हें खुशी है कि अनुराग कश्यप ने उन पर विश्वास किया और उन्हें ‘आमिर’ फिल्म में काम करने का मौका दिया।
- राजीव खंडेलवाल इन दिनों करण जौहर निर्देशित सीरीज ‘शोटाइम’ में अभिनय कर रहे हैं।
- यह सीरीज सिनेमा की दुनिया के अनदेखे निष्कर्ष और कैमरे पर बोली जाने वाले झूठ का सच है।
- बॉलीवुड इंडस्ट्री की एक छोटी सी झलक इसमें पॉटिज्म और इंडस्ट्री में सत्य संघर्ष की कहानी पर आधारित है।
- ‘शोटाइम’ का प्रीमियर 8 मार्च, 2024 को डिज्नी रिव्यू हॉटस्टार पर होगा।
- यह सीरीज दर्शकों के लिए बॉलीवुड के बेहतर काम के बारे में एक अनोखा नजरिया पेश करती है।
- यह निश्चित रूप से देखने लायक है, खासकर उन लोगों के लिए जो बॉलीवुड के ग्लैमर और चकाचौंध के पीछे की सच्चाई जानना चाहते हैं।
- इसके अलावा यह सीरीज टीवी स्टार्स के खिलाफ भेदभाव का मुद्दा भी उठाती है।
- इसमें बताया गया है कि कैसे टीवी स्टार्स को बार-बार फिल्मों में काम करने के मौके नहीं मिलते, भले ही वे कितने भी आकर्षक क्यों न हों।
- यह सीरीज इस मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने और बदलाव लाने में मदद कर सकती है।
- यह निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण और विचारोत्तेजक श्रृंखला है जो दर्शकों को दर्शकों पर मजबूर करने की पेशकश करती है।
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राजीव खंडेलवाल और फिल्म निर्माताओं पर उनका बयान:
- राजीव खंडेलवाल एक प्रसिद्ध भारतीय टेलीविजन और फिल्म अभिनेता, गायक और होस्ट हैं।
- उनका जन्म 16 अक्टूबर 1975 को हुआ था।
- उन्होंने टेलीविजन सीरीज़ “फिल्मी चक्कर” को निर्देशित करके अपने करियर की शुरुआत की।
- 2003 में “कहीं तो होगा” धारावाहिक में मुख्य भूमिका निभाकर उन्हें बड़ी सफलता मिली।
- उन्होंने “टाइम बम 9/11” (2005), “सुन लेना” (2006), “लेफ्ट राइट लेफ्ट” (2007), और “रिपोर्टर्स” (2015) जैसी कई अन्य टेलीविजन शो में भी काम किया है।
- उन्होंने 2008 में “आमिर” फिल्म से बॉलीवुड में पदार्पण किया।
- उन्होंने “शैतान” (2011), “साउंडट्रैक” (2011), और “टेबल नंबर 21” (2013) जैसी कई फिल्मों में अभिनय किया है।
फिल्म निर्माताओं पर उनका बयान:
- हाल ही में, राजीव खंडेलवाल ने फिल्म निर्माताओं पर टेलीविजन अभिनेताओं को पर्याप्त अवसर नहीं देने का आरोप लगाया।
- उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माता टेलीविजन अभिनेताओं को “कमतर” मानते हैं और उन्हें बॉक्स ऑफिस पर सफलता नहीं दिला पाने का डर रखते हैं।
- उन्होंने यह भी कहा कि कुछ फिल्म निर्माता टेलीविजन अभिनेताओं को “स्टार” नहीं मानते हैं, भले ही उनके पास टेलीविजन पर एक बड़ा प्रशंसक आधार हो।
- उनके इस बयान से फिल्म उद्योग में काफी चर्चा है और कई अन्य टेलीविजन अभिनेताओं ने भी उनका समर्थन किया है।
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फिल्म निर्माता टीवी स्टार्स को काम क्यों नहीं देते हैं
- धारणा:
फिल्म निर्माताओं में यह धारणा हो सकती है कि टीवी स्टार्स फिल्मों में उतने सफल नहीं होंगे जितने कि फिल्म स्टार्स। उन्हें लग सकता है कि टीवी स्टार्स में फिल्मों की जटिलता और मांगों को पूरा करने की क्षमता नहीं होती है। यह धारणा कई बार गलत हो सकती है, क्योंकि कई टीवी स्टार्स ने फिल्मों में अपनी अभिनय क्षमता का लोहा मनवाया है।
- दर्शक:
- फिल्म निर्माताओं को यह भी चिंता हो सकती है कि टीवी स्टार्स फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं बना पाएंगे।
- उन्हें लग सकता है कि टीवी दर्शक और फिल्म दर्शक अलग-अलग होते हैं, और टीवी स्टार्स फिल्म दर्शकों को आकर्षित नहीं कर पाएंगे।
- यह चिंता भी कई बार गलत हो सकती है, क्योंकि कई टीवी स्टार्स के पास फिल्मों में भी एक बड़ा प्रशंसक आधार होता है।
- अनुभव:
- फिल्म निर्माताओं को यह भी लग सकता है कि टीवी स्टार्स के पास फिल्मों के लिए आवश्यक अनुभव नहीं होता है।
- उन्हें लग सकता है कि टीवी स्टार्स केवल छोटे पर्दे के लिए अभिनय करने में कुशल होते हैं, और बड़े पर्दे के लिए आवश्यक कौशल नहीं रखते हैं।
- यह भी गलत धारणा हो सकती है, क्योंकि कई टीवी स्टार्स ने फिल्मों में भी शानदार अभिनय किया है।
- स्टार सिस्टम:
- बॉलीवुड में स्टार सिस्टम का बड़ा प्रभाव होता है, और फिल्म निर्माता अक्सर स्थापित फिल्म स्टार्स को ही अपनी फिल्मों में लेना पसंद करते हैं।
- उन्हें लगता है कि स्थापित फिल्म स्टार्स फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर सफल बनाने में मदद करेंगे।
- इस वजह से, कई टीवी स्टार्स को फिल्मों में काम करने का अवसर नहीं मिल पाता है।
- भेदभाव:
- कुछ मामलों में, टीवी स्टार्स के साथ भेदभाव भी हो सकता है।
- उन्हें फिल्मों में काम करने के लिए उतनी फीस नहीं दी जाती है जितनी फिल्म स्टार्स को दी जाती है।
- उन्हें फिल्मों में छोटी भूमिकाएँ भी दी जाती हैं।
- फिल्म निर्माता कई कारणों से टीवी स्टार्स को काम नहीं देते हैं, जिनमें धारणाएँ, दर्शक, अनुभव, स्टार सिस्टम और भेदभाव शामिल हैं।
- ये धारणाएँ कई बार गलत होती हैं और कई टीवी स्टार्स ने फिल्मों में अपनी सफलता साबित की है।
- हाल के वर्षों में, टीवी स्टार्स को फिल्मों में अधिक अवसर मिल रहे हैं और यह उम्मीद की जा सकती है कि भविष्य में यह और बढ़ेगा।
- फिल्म उद्योग को टीवी स्टार्स को समान अवसर देना चाहिए और उनकी प्रतिभा का सही इस्तेमाल करना चाहिए।