ARTICLE 370 REVIEW: क्या यामी गौतम की फिल्म सच बोलती है?
फिल्म की कहानी
फिल्म निर्माता आदित्य सुहास जंबाले ने एक महत्वपूर्ण फिल्म बनाई है, जिसे चुनावों से ठीक पहले रिलीज होने के कारण प्रचार फिल्म के रूप में पेश किया जा सकता है। देश एक अनुमानित परिणाम की प्रतीक्षा कर रहा है, “अनुच्छेद 370” सही समय पर इसे सही तरीके से प्रस्तुत करता है।
मुख्य पात्र
ज़ोनी (यामी गौतम), श्रीनगर में तैनात एक सुरक्षा अधिकारी, बचपन से ही अपने पिता की रहस्यमय मौत से दुखी है। घाटी में चल रहे तनाव के बीच, वह इस्लामी कार्यकर्ता बुरहान को मार देती है, जिससे विद्रोह और बढ़ जाता है।
यहाँ भी देखे: बाबा नीम करोली: क्या वे वास्तव में हनुमान जी का अवतार थे? जाने
सच्चाई की खोज
जब पीएमओ सदस्य राजेश्वरी स्वामिनाथन (प्रिया मणि) द्वारा उसे एनआईए टीम का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया जाता है, तो उसके पिता की मौत के पीछे के सच को खोजने की उसकी कोशिशें पूरी होती दिखती हैं। उसका अधीनस्थ यश चौहान (वैभव ततवाड़ी) मिशन में उसके साथ हाथ मिलाता है। क्या ज़ोनी जानलेवा मिशन को पूरा करने में सफल होगी?
कहानी का बयान
आदित्य स्पष्ट रूप से एक सच्ची कहानी बताने की दृष्टि रखता है, लेकिन बहुत ही पाठ्यपुस्तक तरीके से। फिल्म का पहला भाग बहुत लंबा, धीमा और तकनीकी है। हालांकि, दूसरा हाफ तेज, रोमांचकारी और अच्छी तरह से प्रलेखित है।
यहाँ भी देखे : Vikrant Massey: एस्पिरेंट्स सीज़न 2: सफलता, विफलता, और दोस्ती की कहानी
अभिनय
यामी ज़ोनी के रूप में ठोस हैं, वह बंदूक चलाने और हड्डियां तोड़ने में अच्छी लगती हैं। वैभव मनमोहक हैं और प्रिया मणि आंखों को सुकून देती हैं। वह इतनी महत्वपूर्ण भूमिका को बड़ी सहजता से निभाती हैं। अरुण गोविल और किरण करमकर, जो क्रमशः प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की भूमिका निभाते हैं, अच्छे हैं और उन्हें विकृत नहीं किया गया है।
फिल्म का महत्व
“अनुच्छेद 370” एक बिल्कुल आवश्यक फिल्म है, लेकिन अगर आप कश्मीर और उसके कुख्यात इतिहास पर एक रोमांचकारी झलक की उम्मीद कर रहे हैं, तो आप थोड़े निराश हो सकते हैं।
संभावित विवाद
हालांकि फिल्म का कुल मिलाकर कोई एजेंडा नहीं है, लेकिन विपक्षी दल और तथाकथित वामपंथी सोशल मीडिया पर बातचीत को चिंगारी दे सकते हैं और राजनीतिक विषाक्तता सभी के लिए नहीं है।
अंतिम विचार
आप इस फिल्म को सिनेमाघरों में या ओटीटी प्लेटफॉर्म पर देख सकते हैं और अपनी राय बना सकते हैं।
1 thought on “ARTICLE 370 REVIEW : क्या यामी गौतम की फिल्म सच बोलती है?”