बॉलीवुड के प्रतिभाशाली अभिनेता विक्रांत मैसी ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए 2025 के बाद एक्टिंग से ब्रेक लेने की घोषणा कर सबको चौंका दिया। उनका कहना है कि वह अपने परिवार पर ध्यान देने के लिए यह कदम उठा रहे हैं। इस खबर पर इंडस्ट्री और प्रशंसकों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आई हैं।
विक्रांत के फैसले का समर्थन
फिल्म निर्माता संजय गुप्ता ने विक्रांत के साहसिक फैसले की प्रशंसा की। उन्होंने इसकी तुलना निर्देशक हंसल मेहता के 2008 के फैसले से की, जब उन्होंने अपने परिवार के साथ मुंबई छोड़कर लोनावला के एक छोटे से गांव में रहने का फैसला किया था। संजय ने ट्वीट किया:
“आज के दौर में, जहां प्रतिस्पर्धा, असुरक्षा और ईर्ष्या का माहौल है, एक अभिनेता का ब्रेक लेकर पति, पिता और बेटे की जिम्मेदारी निभाने का फैसला बेहद साहसिक है। विक्रांत की प्रशंसा की जानी चाहिए, आलोचना नहीं।”
संजय ने यह भी बताया कि हंसल मेहता ने ब्रेक के बाद शानदार फिल्म शाहिद से वापसी की और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
अपूर्व असरानी ने उठाए सवाल
हालांकि, लेखिका और पटकथा लेखक अपूर्व असरानी ने विक्रांत के फैसले पर संदेह जताया। उन्होंने कहा कि यह संभव है कि विक्रांत को उनके राजनीतिक विचारों के कारण “रद्द” किया गया हो। उन्होंने ट्वीट में लिखा:
“विक्रांत ने शायद फिल्म द साबरमती रिपोर्ट में काम करके और सरकार का समर्थन करके गलती की है। इंडस्ट्री के बड़े प्लेटफॉर्म और निर्माता, जिनकी विचारधारा ज़्यादातर उदारवादी है, अब शायद उनकी प्रतिभा को नज़रअंदाज़ कर दें।”
अपूर्व ने फिल्म द साबरमती रिपोर्ट का ज़िक्र करते हुए इसे अपने करियर के लिए निर्णायक बताया।
प्रशंसकों में मतभेद
विक्रांत के प्रशंसक और इंडस्ट्री के लोग इस फ़ैसले को लेकर बंटे हुए हैं। कुछ इसे ब्रेक मान रहे हैं, तो कुछ इसे पब्लिसिटी स्टंट बता रहे हैं।
अपने इंस्टाग्राम नोट में विक्रांत ने अपने प्रशंसकों का शुक्रिया अदा करते हुए लिखा:
“आने वाले दो साल मेरी पिछली दो फ़िल्मों और यादों से भरे होंगे। 2025 के बाद, मैं सही समय आने तक ब्रेक पर रहूंगा।”
निष्कर्ष
विक्रांत मैसी का यह फैसला साहस और आत्मविश्वास का प्रतीक है। चाहे यह अस्थायी ब्रेक हो या करियर का अंत, यह तय है कि उनके प्रशंसक और इंडस्ट्री उन्हें याद करेगी। साथ ही, यह सवाल भी बना हुआ है कि क्या यह फैसला पूरी तरह से स्वैच्छिक था या किसी दबाव का नतीजा था।