डिओगो जोटा और मोहम्मद सलाह के दूसरे हाफ के गोलों के बावजूद, क्लॉप की मंडराती छाया को हटाने में कुछ समय लगेगा।

भारतीय सांस्कृतिक और धार्मिक परंपरा का महत्वपूर्ण त्योहार है,

जिसे भाई-बहन के रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए मनाया जाता है। यह त्यौहार हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है।

इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाईयों पर राखी बांधती हैं और लंबी उम्र और खुशहाली की कामना करती हैं

जबकि बहनें अपने भाइयों को अच्छे कृष्ण या भद्र काल में भाई की कलाई पर राखी बांधने से भाई को कार्य सिद्धि और विजय प्राप्त होती है।

वास्तु के अनुसार घर का मुख्य द्वार वह प्रमुख स्थान है जहां से सकारात्मक ऊर्जा आपके घर में प्रवेश करती है,

आपके और भाई की समृद्धि के लिए सहायक हो सकती है। रक्षाबंधन के दिन मुख्य द्वार पर समुद्र तट से बने बंधनवार और रंगोली से घर को सजाया गया।

"येन ​​बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल: तेन त्वम् सत्यनामि रक्षे माचल माचल:" इस मंत्र को तोड़ते हुए भाई की दाहिनी कलाई पर राखियां बांधें।

विधि, मंत्र, भद्रा काल से संबंधित विवरण सोमवार, 19 अगस्त को दोपहर1.30 बजे तक रक्षाबंधन पर भद्रा रहेगी।

इस कारण राखी बांधने का उत्सव दोपहर1.30 बजे के बाद ही शुरू होगा।

रक्षाबंधन पर भद्रा के जन्मोत्सव के लिए चौघड़िया, जूनून या किसी भी प्रकार का विशेष काल नहीं देखा जाता है।

इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा काल अवश्य रहेगा। लेकिन पृथ्वी लोक पर इसका कोई प्रभाव नहीं रहेगा।

लेकिन पृथ्वी लोक पर इसका कोई प्रभाव नहीं रहेगा। 19 अगस्त दोपहर01.33 बजे तक भद्रा रहेगी। चंद्रमा के मकर रा... इस वर्ष 19 अगस्त, सोमवार को रक्षा रक्षाबंधन मनाया जा रहा है।

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