सूर्य की जहर? सनबर्न से सन पॉइजनिंग का पता कैसे लगाएं

कई लोगों को सूर्य की किरणों के अत्यधिक संपर्क में आने के कारण सनबर्न का अनुभव होता है।

सूर्य से सुरक्षा

हालांकि सनबर्न आम है, यह गंभीर भी हो सकता है। बार-बार सनबर्न से त्वचा के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

कैंसर का खतरा

सन पॉइजनिंग को अत्यधिक सनबर्न माना जाता है। इसमें लालिमा, सूजन, दर्द और छाले होना शामिल है।

सनबर्न बनाम सन पॉइजनिंग

सामान्य सनबर्न में त्वचा लाल और सूजी हुई दिखती है। इसमें खुजली और जलन हो सकती है।

सन पॉइजनिंग के लक्षण

सन पॉइजनिंग में तेज बुखार, थकान, उल्टी, मितली, सिरदर्द और चक्कर आना जैसे लक्षण भी शामिल हो सकते हैं।

WWE चैंपियनचक्कर आना

कुछ लोगों में इसका खतरा ज्यादा होता है, जैसे कि गोरी त्वचा, लाल बाल और हरी आंखों वाले लोग।

सन पॉइजनिंग किसे ज्यादा हो सकता है?

दवाइयां लेने या ल्यूपस जैसी स्वास्थ्य समस्या होने पर भी सन पॉइजनिंग का खतरा बढ़ सकता है।

स्वास्थ्य समस्या

सन पॉइजनिंग का संदेह होने पर डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर लक्षणों की गंभीरता के आधार पर अतिरिक्त उपचार बता सकते हैं।

सन पॉइजनिंग का इलाज

हल्के सन पॉइजनिंग का इलाज घर पर भी किया जा सकता है।

हल्के सन पॉइजनिंग

सन पॉइजनिंग में शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इसलिए खोए हुए इलेक्ट्रोlytes को पूरा करने के लिए भरपूर पानी पिएं।

पानी की कमी

कम से कम SPF 30 वाला सनस्क्रीन लगाएं। ढीले कपड़े पहनें, जिनमें UPF फैब्रिक हो।

SPF 30

एलोवेरा जेल या कोई हल्का, खुशबू रहित मॉइस्चराइजर जली हुई त्वचा को ठीक करने में मदद कर सकता है। इससे दाग भी नहीं पड़ेंगे।

कोमल मॉइस्चराइजर लगाएं

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